विजय सिन्हा,
देवघरः स्वीप कार्यक्रम के तहत आज देवघर जिला अंतर्गत करौं प्रखण्डों में लोकसभा आम चुनाव, 2019 को लेकर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है। इस अवसर पर 18 से 19 वर्ष के मतदाता, जो पहली बार मतदान करेंगे, उन्हें अपने मत का प्रयोग करने के लिए किया गया प्रेरित। साथ ही लोगों को बताया गया कि वीवीपैट बिल्कुल पारदर्शी तरीके से काम करती है और वोटर के मन में उत्पन्न हर शंका का समाधान करती है। इससे सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों को मतदान के प्रति जागरूक किया जा रहा नुक्कड़ नाटक केे माध्यम से अधिक से अधिक मतदाताओं तक जानकारी पहुँचाने में सहूलियत हो रही है।
नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को मतदान के लाभ, मतदान करने का तरीका आदि की जानकारी देते हुए स्वच्छ एवं शत प्रतिशत मतदान की अपील भी की गई। साथ ही साथ मतदान का अधिकार, नवयुवकों का मतदाता सूचि में नामांकन और ईवीएम में मतदान कैसे करें इसकी जानकारी हिंदी एवं क्षेत्रिय भाषाओं नाटक के माध्यम से दी गई। ऐसे में नुक्कड़ नाटक के संचालन की सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कार्यक्रम के दौरान काफी संख्या में मतदाता बैठकर इससे जानकारी प्राप्त करते हैं।
लोकसभा चुनाव के दौरान शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित कराने को लेकर स्वीप कोषांग के द्वारा नुक्कड़ नाटक चलाया जा रहा है। इस कड़ी में आज करौं प्रखण्ड के कर्नेष्वर चैक में मतदाताओं को अपने मत के प्रयोग व मत के महत्व को लेकर जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को अधिक से अधिक मतदान करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। मतदाता शिक्षा मतदाताओं और चुनावी प्रक्रिया के बीच की महत्वपूर्ण कड़ी है। चूंकि सूचनाओं का प्रसार हमेशा से चुनाव संचालन की प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था इसलिए मुख्यतः 2009 के लोकसभा चुनावों के बाद आयोग ने मतदाता शिक्षा और मतदाताओं तक सीधी पहुंच बनाने के लिए सक्रिय प्रयास करने का फैसला किया।
मतदाता शिक्षा कार्यक्रम के माध्यम से लोगों के साथ संवाद स्थापित किया गया, जिसे स्वीप नाम दिया गया जो सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता का छोटा नाम है। स्वीप के तहत लगातार चल रहे मतदाता जागरूकता कार्यक्रम से लोगों में मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ रही है। इस दिषा में देवघर जिला अंतर्गत विभिन्न प्रखण्डों में मतदान के प्रति मतदाताओं को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूक करने का प्रयास लगातार किया जा रहा है।